Programmeoutcomes
01. जनसंचार माध्यमों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि उनकी वर्तमानस्थिति एवं उनकी सामाजिक भूमिका के बारे में छात्रों को जानकारी मिलती है जिससेउनके ज्ञान में वृद्धि होती है।
02. मीडिया जगत से जुडे विभिन्न सैद्धातिक एवं व्यावहारिकपहलुओं से छात्रों को रुबरु कराया जाता है।
03. विद्यार्थियों कोएकरिंग या होस्टिंग जैसी विधाओं के लिएबोलने की कला, समाचार, आलेख, स्तंभ निर्माण हेतु लेखन कला, ऐडिटिंग, डिजाइनिंग, रिपोर्टिग आदि सिखाया जाता है।
04. डाॅक्यूमेंट्री, शार्ट फिल्म, फीचर फिल्म, टीवी एवं रेडियों प्रोग्राम्स हेतुविडियोग्राफी, एडिटिंग आदि सिखाई जातीहै।
05. फोटोग्राफी कला में विद्यार्थी को पारंगत करनें हेतु कैमराआॅपरेटिंग एवं फोटोंगाफी के गुर सिखाए जाते है।
06. मीडिया से संबंधित विभिन्न कानूनांे, वेब रिपोर्टिग, सामाजिक एवं राजनितिक विषयों की जानकारी, सामाजिक मूल्यों की जानकारी,मीडिया प्रबंधन की जानकारी एवं राजनितिक विषयों की जानकारीएवं विभिन्न तकनीकी कलाओं का विकास विद्यार्थियों में किया जाना है।
Programme specific outcomes
01. विभिन्न मीडिया संस्थानों में बतौर रिपोर्टर, संवाददाता, संपादक, ब्यूरोचीफ आदि में रोजगारके अवसर।
02. फोटोग्राफर एवं वीडियों ग्राफर के रुप में रोजगार एवंस्वतंत्र व्यावसाय के अवसर।
03. फीलंास जर्नलिस्ट के रुप में जर्नलिस्ट के रूप में स्तंभकारएवं लेखक बनने की संभावनाएं।
04. इलेक्ट्राॅनिक मीडिया में न्यूज एंकर, न्यूज रीडर एवं प्रोग्राम होस्ट बनने कीसंभावनाएं।
05. रेडियों जाॅकी एनांउनसर एवं कम्पेयर के रूप में कार्य करनेके अवसर।
06. फिल्म इंडस्ट्रीं में पटकथा लेखक, फिल्म निर्माता, निर्देशक एवं कलाकार बनने की संभावनाएं।
07. रंगमंच में बतौर कलाकार कार्य करने के अवसर।
08. वेब जर्नलिस्ट के क्षेत्र में ब्लाॅग राइटर एवं वेबजर्नलिस्ट बनने की संभावनाएं।
09. मार्केटिंग विज्ञापन एवं जनसंर्पक के क्षेत्र में रोजगार कीसंभावनाएं।
10. मीडिया शिक्षक के रूप में उच्च शिक्षा में अध्यापन कार्य कीसंभावनाएं।
Course outcomes
BA(jmc)1stsemester :-
01. हिन्दी भाषा पर विद्याथियों की पकड़ मजबूत होती है जिससेविद्याथियों के लेखन एवं वाक् कौशल का विकास होता है।
02. विद्यार्थी संचार की बारिकियों से अवगत होते हंै जिससे उनमेंसंचार कौशल का विकास होता है।
03. मूल्य शिक्षा के माध्यम से विद्याथिया में मानवीय मूल्योंका विकास होता है जो विद्याथियों में शिष्टाचार तथा चरित्र निर्माण में सहायक है।
04. विद्यार्थियों के राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर राजनितिकवातावरण की जानकारी मिलती है तथा विद्यार्थी देश की कानून व्यवस्था एवं संविधान सेपरिचित होते हैं।
05. विद्यार्थी शासन के विभिन्न अंगों, संसदीय कार्य प्रणाली मौलिक अधिकारों एवं कत्र्तव्यों,नीतियों एवं योजनाओं आदि से परिचित होते हंै।
06. छात्रों को भारतीय एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था की जानकारीमिलती है तथा छात्र बाजार नीतियों उत्पादक एवं उपभोक्ता अंर्तसंबधों आदि कीजानकारी प्राप्त करते है।
BA(jmc)2ndsemester :-
01. विद्यार्थियों में अंग्रेजी भाषा बोलने एवं लिखने की समझविकासित होती है।
02. प्रिंट मीडिया के इतिहास, विकास, प्रसार, कार्यप्रणाली, संभावनाओं एवं चुनौतियों के संबध में विद्यार्थियों कोमहत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है।
03. मूल्य शिक्षा के द्वारा छात्रों में सद्प्रवृत्तियों काविकास होता है तथा समाज के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित होता है।
04. पर्यटन को बढावा देने में मीडिया की भूमिका से विद्यार्थीअवगत होते हंै।
05. छात्र जनजातीय संस्कृति (रहन-सहन, खान-पान, लोक परंपराएं) से परिचितहोते हंै।
06. व्यावसायिक संगठनों की आंतरिक कार्यप्रणाली व्यवहार कार्यकरने का तरीका प्रबंध कौशल टीम वर्क आंतरिक संचार सिद्धांतों एवं वस्तुस्थिति सेछात्र परिचित होते हंै।
BA(jmc)3rdsemester :-
01. विद्यार्थियों को कम्प्यूटर का सैद्धांतिक एवं व्यावहारिकज्ञान प्राप्त होता है जिससे ये तकनीकी रूप से दक्ष होते हैं।
02. मनोवैज्ञानिक अध्ययन करने से छात्र व्यवहार कुशल होते हैं,और उनका नजरिया एवं वैज्ञानिक पक्ष मजबूत होताहै।
03. भारतीय संविधान एवं मीडिया से संबंधित विभिन्न कानूनों कीजानकारी प्राप्त होती है जिससे भविष्य में विद्यार्थी अपने अधिकारों एवंकत्र्तव्यों का सदुपयोंग कर सकें।
04. विद्यार्थियों में समाचार एवं अन्य लेखन की कला विकसित होतीहै।
05. फील्ड एवं डेस्क रिपोर्टिग की सैद्धांतिक एवं व्यावहारिककला विकसित होती है।
BA(jmc)4thsemester :-
01. लोक माध्यमों एवं लोक कलाओं की जानकारी मिलती है। छात्र लोकपरंपराओं से परिचित होते है।
02. छत्तीसगढी लोक संस्कृति की जानकारी छात्रों को मिलती है।
03. जनसंपर्क के क्षेत्र की विस्तृत जानकारी विद्यार्थियों कोप्राप्त होती है।
04. इलेक्ट्राॅनिक दृश्य-श्रव्य माध्यमों जैसे रेडियों एवंटेलिविजन के इतिहास प्रसार कार्य प्रणाली सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक पक्ष सेपरिचित होकर विद्यार्थी तकनीकी रूप से दक्ष होते हंै। वाक् कौशल एवं लेखन का विकासहोता है।
05. ग्रामीण एवं क्षेत्रीय सामुदायिक संस्कृति से विद्यार्थीपरिचित होते हैं तथा सामुदायिक विकास से परिचित होते हैं तथा सामुदायिक विकास काअध्ययन करते है।
06. फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी की कला में व्यावहारिक एवंतकनीकी दक्षता विद्यार्थियों को प्राप्त होती है।
BA(jmc)5thsemester :-
01. छात्रों को पुरातन एवं आधुनिक सामजिक संरचना की जानकारीप्राप्त होती है सामाजिक परिवर्तनों समाजिक व्यवहार आदि से छात्र परिचित होते हंै।
02. विद्यार्थी विज्ञापन की दुनिया से परिचित होते हैं।विज्ञापन जगत के सैद्धातिक एवं व्यावहारिक पहलुओं की जानकारी मिलती है।
03. विभिन्न सामयिक, सामाजिक, राजनैतिक मुद्दोंजनान्दोेलनो वैश्विक समस्याओं, मीडिया की रणनीति एवंसामाजिक भूमिका आदि की जानकारी छात्रों को दी जाती है।
04. प्रिंट एवं इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के तकनीकी पहलुओं जैसेडिजाइन, पेजमेकिंग, साउंड, वीडियों एवं टेक्स्ट एडिटिंग, फोटो एडिटिंग लेआउटडिजाइनिंग आदि विधाओं में विद्यार्थी पारंगत हो सकतें हैं।
05. विद्यार्थी संपादन कला में पारंगत होने हेतु आवश्यक ज्ञानअर्जित करते हंै।
BA(jmc)6thsemester :-
01. राष्ट्रीय एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था के संबंध मेंविद्यार्थियों को जानकारी मिलती है।
02. मीडिया प्रबंधन अर्थात मीडिया संस्थानों की आंतरिकसंगठनात्मक संरचना, कार्यप्रणाली, मार्केटिंग, प्रसार, संगठनात्मक प्रबंध,चुनौतियाॅ, कार्य विभाजन, मूल्य निर्धारण नियुक्यिाॅ, वेतन, नीतियाॅ आदि से छात्र परिचित होते हैं।
03. वेब पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं की जानकारी छात्रों कोंदेकर उन्हें तकनीकी एवं व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया जाता है।
04. रेडियों एवं टीवी प्रोडक्शन की बारिकियों से छात्र रुबरुहोते है।