अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का अंतिम दिवस

मेहनत का कोई विकल्प नहीं हैं – मान. महादेव टावरे आईएएस
असफलता कुछ न कुछ सीखने का अवसर देती है – संभागायुक्त, दुर्ग
शिक्षा शेरनी का वह दूध है जो इसको पियेगा वह दहाड़ेगा – मुख्य अतिथि
उच्चशिक्षा की ज्योति प्रज्ज्वलित किया राजा दिग्विजय दास ने – डॉ. के.एल. टांडेकर

शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में 6 फरवरी से चल रहे अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आज तीसरा और अंतिम दिवस था। मां सरस्वती की वंदना एवं छत्तीसगढ़ राजगीत से प्रारंभ कार्यक्रम में आज के मुख्य अतिथि माननीय महादेव टावरे आईएएस, संभागायुक्त, दुर्ग संभाग, विशिष्ट अतिथि- माननीय रईस अहमद शकील, जनभागीदारी समिति, अध्यक्ष विशिष्ट अतिथि- माननीया हेमलता मोहबे, पूर्व प्राचार्य, दिग्विजय महाविद्यालय, कान्फ्रेंस के संरक्षक प्राचार्य डॉ. के. एल. टांडेकर, संयोजक डॉ. सुरेश पटेल मंच पर उपस्थित थे। सभी अतिथियों का पौधा प्रदान कर स्वागत किया गया। स्वागत उद्बोधन में प्राचार्य डॉ. टांडेकर ने कहा कि दानवीर महंत राजा दिग्विजय दास ने उच्च शिक्षा की जो ज्योति प्रज्ज्वलित की है उसको उनकी संकल्पना के अनुरूप पूर्ण करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने संस्कारधानी के डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्रा, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी एवं गजानन माधव मुक्तिबोध जैसे साहित्य के महान विभूतियों का उल्लेख करते हुए उनके योगदान को स्मरण किया। मुख्य अतिथि माननीय महादेव टावरे जी ने कहा कि मैं यहां आकर, यह देखकर अत्यंत प्रसन्न हूं कि छत्तीसगढ़ में एक ऐसा कॉलेज है जिन्होंने इंटरनेशनल सेमिनार कराने जैसा बीड़ा उठाकर उसको सफलतापूर्वक पूरा किया। उन्होंने कहा कि साइंस और टेक्नोलॉजी का बहुत महत्व है ये दुनिया को प्रगति पर ले जाने का माध्यम है। वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कारण लोग दूसरे ग्रह में भी बस्ती बसाने लगे हैं। उन्होंने अपना जीवन संघर्ष बताते हुए यह संदेश दिया कि किसी भी स्थान का व्यक्ति अपनी मेहनत से यहां तक पहुंच सकता है, असफलता आपको कुछ ना कुछ सीखने का अवसर देती है।

आज का मुख्य कार्यक्रम पोस्टर प्रदर्शनी प्रतियोगिता थी। इस प्रतियोगिता में 89 पोस्टर प्रदर्शित किए गए। प्रतियोगिता में विषयों के अनुसार पुरस्कार प्रदान किए गए – गणित – प्रथम – विधि साहू, राजिम कालेज, द्वितीय- सूर्यकांत, दिग्विजय महाविद्यालय, तृतीय- पारसमणी, दिग्विजय महाविद्यालय। भौतिक शास्त्र में प्रथम – शिवकुमार एवं आरती, द्वितीय -सुनिधि, तृतीय स्थान टोमेश्वर। रसायनशास्त्र- प्रथम स्थान गगन ,द्वितीय रीमा देवांगन, तृतीय- कु. पुष्प लता ठाकुर। लाइफ साइंस से प्रथम स्थान पारुल, द्वितीय स्थान निकिता, तृतीय स्थान राहुल, जेएनएम मेडिकल कॉलेज रायपुर और Environmental science में प्रथम स्थान प्रज्ञा मिश्रा, द्वितीय स्थान जामेश्वर प्रसाद, तृतीय स्थान विनीता दिग्विजय महाविद्यालय।
उज्बेकिस्तान से पधारे प्रोफेसर एल्योर को ‘‘बेस्ट रिसोर्स पर्सन‘‘ का अवार्ड प्रदान किया गया। सेमिनार के संयोजक- डॉ सुरेश पटेल, सह संयोजक- डॉ हेमंत साव, डॉ प्रमोद महीष, डॉ. डी.के वर्मा, डॉ. गोकुल निषाद तथा टेक्निकल सहयोग हेतु डॉ. राजु खुटे एवं श्री लक्ष्मण देवांगन सभी को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए एक्सीलेंस अकैडमीक अवार्ड से सम्मानित किया गया। महाविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री दीपक कुमार परगनिहा को एक्सीलेंस एडमिनिस्ट्रेटिव मैनेजमेंट अवार्ड प्रदान किया गया।

जिस गरिमा के साथ 6 फरवरी से सेमिनार का आगाज हुआ था वह आज उतने ही गौरव के साथ अपने अंजाम पर पहुंचा।