शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव में प्राचार्य डॉ. सुचित्रा गुप्ता के निर्देशन एवं राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ. अमिता बक्शी के मार्गदर्शन में अतिथि व्याख्यान एवं राजनीति विज्ञान परिषद का उद्घाटन किया गया। विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित डॉ. अंजना ठाकुर, प्राचार्य,शासकीय नवीन महाविद्यालय, अर्जुनी जिला राजनांदगांव ने भारत में संसदीय शासन प्रणाली विषय पर व्याख्यान दिया तथा उन्होंने बताया कि संसदीय शासन प्रणाली वह प्रणाली है जिसमें कार्यपालिका अपनी नीतियों और कार्यों के लिए विधायिका के प्रति उत्तरदायी होती है। भारत का संविधान केंद्र और राज्य दोनों में संसदीय शासन प्रणाली का प्रावधान करता है। भारत में संसदीय शासन प्रणाली की व्यवस्था का विचार ब्रिटेन से लिया गया था। यह एक ऐसी शासन प्रणाली है राष्ट्रपति राज्य का प्रतिनिधित्व करता है
उक्त अवसर पर राजनीति विज्ञान स्नातकोत्तर परिषद का गठन भी किया गया। राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. अमिता बक्शी द्वारा गुणानुक्रम के आधार पर विभिन्न पदों पर मनोनित मेधावी छात्रों के नाम की घोषणा की गई जो इस प्रकार हैं एम.ए. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा कु. टिकेश्वरी देवांगन को अध्यक्ष,एम. ए. प्रथम सेमेस्टर की छात्रा कु. दिव्या साहू को उपाध्यक्ष, सहसचिव कु. परमिला, कोषाध्यक्ष शुभम प्रजापति, आयोजन प्रभारी मे शारदा यादव,आयुषी पांडे,कृतिका भारती,मेनिका कोठारी, प्रचार प्रसार प्रभारी में विवेक वर्मा, रागिनी बोगा,तृषा, रेशमा यादव शामिल हैं। नवीन पदाधिकारियों को बधाई देते हुए विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री संजय सप्तर्षि ने कहा कि विभाग के आयोजनों में पदाधिकारियों से सहयोग की अपेक्षा रहेगी। विभाग के श्री दीपक कुमार द्वारा पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा गया कि प्रत्येक पदाधिकारी विभाग के लिए अत्यंक महत्वपूर्ण हैं, कार्यक्रम का संचालन डॉ. भारती सोनी के द्वारा किया गया, कार्यक्रम के समापन में विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. आर. के. बंजारे द्वारा अतिथि व्याख्यान हेतु विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित डॉ. अंजना ठाकुर को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा गया कि उन्होंने बहुत ही व्यस्त दिनचर्या में भी हमें प्राथमिकता दी तथा वे व्याख्यान हेतु उपस्थित हुईं, राजनीति विज्ञान विभाग इसके लिए हृदय से उनका आभारी है।