शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव मे प्राचार्य डॉ सुचित्रा गुप्ता के संरक्षण एवं आंतरिक शिकायत समिति संयोजक डॉ मीना प्रसाद के मार्गदर्शन में समिति की बैठक आयोजित की गई जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में अधिवक्ता नीतू टंडन एवं उनकी सहयोगी हेमलता पांडे उपस्थित थी। कार्यक्रम की शुरुआत समिति की संयोजक डॉ मीना प्रसाद ने आंतरिक शिकायत समिति के संक्षिप्त विवरण, रूपरेखा ,उद्देश्य एवं कार्य प्रणाली के बारे में अवगत कराया। प्राचार्य डॉ सुचित्रा गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि इस समिति का गठन महाविद्यालय परिवार की समस्त महिला अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया है क्योंकि महाविद्यालय में बड़ी संख्या में महिला अधिकारी एवं कर्मचारी कार्यरत हैं। महाविद्यालय का माहौल सुरक्षित एवं सौहार्दपूर्ण होगा तभी महाविद्यालय का सर्वांगीण विकास हो पाएगा। कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा हमारा प्रमुख उद्देश्य है। मुख्य वक्ता नीतू टंडन जी ने अपने व्याख्यान में समस्त महिलाओं को कार्यस्थल में हो रहे विभिन्न प्रकार के यौन उत्पीड़न की जानकारी दी एवं महिलाओं के पास कौन-कौन से कानूनी अधिकार हैं इसके बारे में भी विस्तृत रूप से बताया। उन्होंने महिला शिक्षकों के कई जिज्ञासाओ का भी समाधान किया। समिति की बैठक में महाविद्यालय की समस्त प्राध्यापिकाएं अतिथि व्याख्याता एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ मौजूद थी। कार्यक्रम का संचालन डॉ आराधना गोस्वामी एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रियंका सिंह ने किया।