दिग्विजय कॉलेज में पढ़ने का छात्रों में क्रेज महाविद्यालय की उपलब्धि  –  श्री मधुसूदन यादव महापौर

विद्यार्थियों की पहली वरीयता होती है दिग्विजय महाविद्यालय –   श्रीअतुल रायजादा 



रजत महोत्सव के अवसर दिग्विजय कॉलेज के 'एल्यूमिनी महोत्सवमें जुटे पूर्व छात्रमहापौर जनभागीदारी अध्यक्ष और एडिशनल एसपी ने साझा किए अनुभव

छत्तीसगढ़  रजत महोत्सव के अवसर पर शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में एल्यूमीनि महोत्सव का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समकक्ष दीप प्रज्वालित कर व राजगीत के साथ किया गया । कार्यक्रम की शुरूआत में  अतिथियों को पुष्पगुच्छ व प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया गया मुख्य अतिथि के रूप में प्रथम नागरिक महापौर मधुसूदन यादवजनभागीदारी अध्यक्ष अतुल रायजादा राजनांदगांव की एडिशनल sp प्रज्ञा मेश्राम जो महाविद्यालय के एल्युमिनाई के रूप में भी रहे है उपस्थित थे । इस अवसर पर एल्यूमीनि कमिटी के संयोजक डॉ के के देवांगन ने महाविधालय के साहित्यकारों को याद किया साथ ही बताया कि आखरी बार 2017 हीरक जयंती में 1957 से 2013 तक के सभी एलुमनी को आमंत्रित कर उनके अनुभवों को सुना था और उसके बाद छत्तीसगढ़ के रजत जयंती के अवसर पर आज 2000 से 2025 तक के एल्यूमीनि से मिलने का शुभ अवसर हमें मिला है महाविद्यालय पढ़ाई के साथ साथ सर्वांगीण विकास के लिए रोजगार मेला सेमिनारव अन्य गतिविधियों पर भी कार्य करता है जहां से बच्चों भविष्य निर्माण के लिए सही मार्गदर्शन व रोजगार के अवसर भी मिलते है । प्रभारी प्राचार्य डॉ महेश्वर ने इस अवसर पर अपने विद्यार्थी जीवन को याद किया साथ ही दिग्विजय कॉलेज के पुराने रूप से नए बच्चों को अवगत कराया । महाविद्यालय के जनभागीदारी अध्यक्ष अतुल रायजादा ने महाविद्यालय के विकास पर बात करते हुए कहा कि कभी छोटे से क्षेत्र में रहा यह महाविद्यालय आज आस पास के 5 जिलों का सबसे बड़ा महाविधालय के रूप में जाना जाने लगा है विद्यार्थियों में दिग्विजय कॉलेज में पढ़ने का क्रेज देखने को मिलता है एक समय था जब 1200 के करीब विद्यार्थी यहां अध्ययन करते थे और आज साढ़े 6 हजार विद्यार्थियों से सुशोभित इस महाविद्यालय को 12 वी पास छात्र पहली वरीयता देते है मै अपने आप में गौरांवित महसूस करता हु की मैं इस महाविद्यालय का छात्र रहा हु  यदि महाविधालय में किसी भी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता हो तो जनभागीदारी अध्यक्ष के रूप में सहयोग करना मेरा सौभाग्य होगा ।  मुख्य अतिथि राजनांदगांव के प्रथम नागरिक मधुसूदन यादव ने रजत जयंती के इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की उपलब्धियों और विकास को याद किया और कहा कि पहले बहुत सारी मौलिक आवश्यकता का अभाव था लेकिन आज बदलते स्वरूप में विकास एक नए पायदान पर है आज जो सुविधाएं मिल रही है कभी उनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी विधायक व 3 बार के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का स्नेह राजनादगांव और दिग्विजय महाविद्यालय को मिलता रहा है और कई सुविधाएं महाविद्यालय को मिली है । महाविद्यालय के प्रति छात्र छात्राओं क्रेज होना ही दिग्विजय कॉलेज की बड़ी उपलब्धि है छत्तीसगढ़ शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है जिसका प्रमाण है कि आज किसानों को मजदूर नहीं मिल रहे है और मशीनों का प्रयोग कर रहे है । इस अवसर पर महाविद्यालय के द्वारा महापौर का ध्यान बॉयज़ हॉस्टल की कमियों पर ध्यान आकृष्ट किया जिसमें महापौर ने खुशी सहयोग करने की सहमति दी । भूतपूर्व छात्र व वर्तमान एडिशनल एसपी प्रज्ञा मेश्राम ने इस अवसर पर अपने विभागाध्यक्ष सीनियर व महाविद्यालय में बिताए पल याद किया और महाविद्यालय के प्रति लगाव ज़ाहिर किया व कहा कि इस महाविद्यालय ने बहुत सारे विद्यार्थियों को उदाहरण के रूप में पेश किया है कि आप मेहनत करते है तो निश्चित ही नवीन ऊंचाइयों पर आपका भविष्य होगा जो लोग आज अच्छे पदों पर है वो विद्यार्थियों के डिमोटिवेशन को दूर करते है प्रज्ञा मेश्राम ने अपने शिक्षकों के सहयोग का भी ज़िक्र किया कि आज हम जो भी है उसकी नींव महाविद्यालय के शिक्षकों से तैयार होता है लेकिन भविष्य की दिशा में काम करना है तो मोबाइल का सही उपयोग करे अन्यथा यह एक एटम बम की तरह है जो सब कुछ सवार भी सकता है और नाश भी कर सकता है विद्यार्थियों को संदेश दिया की संस्थान पर भरोसा करिए और सही दिशा में काम करिए। इस अवसर पर कई एल्यूमिनी ने छात्र छात्राओं को प्रेरित किया व अपना अनुभव साझा किया कार्यक्रम के दौरान NSS की छात्राओं ने छत्तीसग़ढी गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया कार्यक्रम का संचालन डॉ सोनल मिश्रा व धन्यवाद ज्ञापन डॉ मजीद अली ने किया।