दिनांक -01.09.2023

वैल्यू एडेड कोर्स फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ


हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को अपने पैरों पर खड़ा करना: प्राचार्य डॉ. टांडेकर

शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के पत्रकारिता विभाग में वैल्यू एडेड कोर्स के अंतर्गत फोटोग्राफी वीडियोग्राफी प्रशिक्षण प्रारंभ। संरक्षक प्राचार्य डॉ. के. एल. टांडेकर की अध्यक्षता में मां सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी की चित्र पर माल्यार्पण कर राज्य गीत प्रस्तुति से कार्यक्रम का श्री गणेश हुआ। इस पाठ्यक्रम का लाभ महाविद्यालय के सभी विभागों के लगभग 100 बच्चों ने लिया। यूजीसी की मंशा अनुसार शिक्षा में रोजगार परक कार्यक्रमों पर फोकस कर विद्यार्थियों को उसके लिए तैयार करना है। इसी योजना अंतर्गत विभागाध्यक्ष डॉ. बी. एन. जागृत के संयोजकत्व में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसमें महाविद्यालय के किसी भी संकाय के विद्यार्थी सम्मिलित हो सकते हैं। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. के. एल. टांडेकर ने कहा कि आज युवा को रोजगार चाहिए और इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत फोटोग्राफी की जानकारी प्राप्त कर आप अपना स्वयं का रोजगार खोल सकते हैं, फोटोग्राफी की बहुत डिमांड आज हम देख सकते हैं, आगे विद्यार्थियों के लक्ष्य को बताते हुए कहा कि तेजी से बढ़ती हुई बेरोजगारी आपके लिए बहुत खतरा पैदा कर सकती है। इसलिए आपके हित को सोंचाते हुए इस प्रशिक्षण के माध्यम से फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी प्रशिक्षण की बारीकी को सीखाना एवं अपने जीवन में अमल करना है। बड़े पैमाने पर स्वयं घर पर रहकर भी आप रोजगार पा सकते हैं। अगर इस क्षेत्र में आप गहराई से सोंचते हैं, लगन और समर्पण भाव से कार्य करते हैं, तो यह कला आपके जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण होगी। आज बड़े पैमाने पर युवा दिशाहीन है जिसको आज आपको समझना होगा। समय व्यर्थ ना करते हुए अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा और कला-कौशल के विकास में अग्रसर करना होगा।  विभागाध्यक्ष डॉ. बी. एन. जागृत ने अपने उदबोधन में चांद पर कैमरे की पहुंच का जिक्र करते हुए कहा कि फोटोग्राफी एक कला है। इसको सीख कर स्वयं का उद्योग स्थापित कर सकते हैं। विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस रोजगार परक पाठ्यक्रम को करवाना ताकि विद्यार्थियों को भविष्य में बेरोजगारी की समस्या से निजात मिल सके। आज धरती से लेकर चांद तक के सफर में कैमरे का उपयोग हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण स्थान है। वहां चांद से प्रज्ञान रोवर हमें नेविगेशन कैमरा के माध्यम से चित्र भेज रहा है। वैज्ञानिक युग में विज्ञान आधारित ज्ञान से अपना जीवन संवार सकते हैं। वहीं वर्तमान युग में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का महत्व इतना बढ़ गया है की पत्रकारिता के साथ-साथ लोग अपने छोटे-बड़े आयोजनो में इसका उपयोग कर रहे हैं, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी हमारे जीवन का दैनिक हिस्सा बन गया है।  कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्राध्यापक श्री अमितेश सोनकर द्वारा किया गया। इसके साथ ही आभार ज्ञापन विभा सिंह ने किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग से सुश्री रेशमी साहू, प्रशिक्षणार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।