दिनांक -18.03.2025


पत्रकारिता एक पवित्र कार्य है: डॉ. सुचित्रा गुप्ता


पत्रकारिता विभाग में शिक्षक - पालक एवं होली मिलन सम्मेलन संपन्न
राजनांदगांव । शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव के पत्रकारिता विभाग ने अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए अपने वार्षिक शिक्षक - पालक एवं होली मिलन समारोह का आयोजन प्राचार्य डॉ. सुचित्रा गुप्ता के निर्देशन एवं पत्रकारिता विभाग विभागाध्यक्ष डॉ.बी.एन. जागृत के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न किया।  कार्यक्रम में छात्रों, अभिभावकों की उत्साहपूर्ण भागीदारी रही, कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत अभिनंदन के साथ किया गया। विभागीय प्राध्यापक विभा सिंह ने शैक्षणिक अनुभवों को बताते हुए महाविद्यालय द्वारा की गई विभिन्न पहलों से अवगत कराया तथा विभाग की विशेष उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।  प्राचार्य डॉ. सुचित्रा गुप्ता ने कहा कि पत्रकारिता का कार्य आसान नहीं है सच्चाई को सामने लाना बहुत ही कठिन कार्य है । पत्रकारिता के कार्य मे पवित्रता, सत्यता, एवं स्पष्टता होती है । पत्रकारों को उम्मीद की नजरों से देखा जाता है।जन संचार विभागाध्यक्ष डॉ. बी. एन. जागृत ने सभी पालकों का अभिवादन करते हुए कहा कि शिक्षा की पहली पाठशाला परिवार है उसके बाद शिक्षालय होते हैं। पालकों की प्रेरणा के साथ ही गुरुजनों की प्रेरणा विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होती है। महाविद्यालय में प्रवेश हेतु निर्धारित आयु सीमा को हटाने से जिनकी पढ़ाई अधूरी रह गयी वे भी आज महाविद्यालयीन शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं ऐसे छात्रों के जीवन साथी भी उपस्थित रहे। और उल्लेखनीय है कि छात्र संत कुमार सेन की 80 वर्षीय माता भी उपस्थित हुई जो अन्य पालकों के लिए प्रेरणा है। सम्मेलन में कुल 55 अभिभावक सम्मिलित हुए। यह भी एक उपलब्धि है । कार्यक्रम में परिजनों ने विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रगति के बारे में अपने दृष्टिकोण और सुझाव व्यक्त किया । चर्चा को और गहराई देते हुए अभिभावक श्रीमती ममता हरिहारनों ने कहा कि मुझे यहां आकर गर्व हुआ कि मेरे पुत्र ने भविष्य निर्माण के लिए पत्रकारिता विषय का चयन किया। मैं यह भी चाहूंगी कि भविष्य में वह एक निष्पक्ष पत्रकार के रूप में जाना जाए।  श्रीमतीकविता मेश्राम ने विद्यार्थियो के प्रति एक सहायक एवं समझदार दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज के छात्रों को आक्रामकता के बजाय धैर्य एवं देखभाल के साथ मार्गदर्शन की आवश्यकता है। श्रीमती संध्या यादव ने बताया कि यदि विवाह के बाद आपके जीवनसाथी की रुचि जिस विषय में अध्ययन करने के लिए है उसमे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए और मुझे गर्व है कि आज मेरे पति श्री मनोज यादव ने एक निर्भीक व स्वतंत्र पत्रकार के रूप में आपने क्षेत्र मे अपनी पहचान बनायी है। श्री दिलीप यादव ने होली मुक्तक प्रस्तुत किया।  श्री रामकुमार ने कहा कि परिवार का त्याग और समर्पण अपने बच्चों के जीवन बनाने के लिए करते हैं ताकि हमारी जिंदगी से बेहतर बच्चों का जीवन हो सके। कार्यक्रम का संचालन विद्यार्थी अभिषेक साहू और हरेन्द्र साहू ने किया। कार्यक्रम का समापन रेशमी साहू के समापन भाषण और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस अवसर पर विभागीय प्राध्यापक अमितेश सोनकर सहित अभिभावक पत्रकार, समाजसेवी, गृहणी, एवं कलाकार मंच संचालक जैसे परिजनों की सहभागिता तथा विभागीय छात्र-छात्राओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।