दिनांक 10.1.2025 को शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय द्वारा, शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में शैक्षणिक भ्रमण किया गया। इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय के विद्यार्थियों को जनसंचार विषय की विस्तृत जानकारी प्रदान करना और उन्हें शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के जनसंचार विभाग की शैक्षणिक गतिविधियों, संसाधनों और वातावरण से परिचित कराना था। यह कार्यक्रम डण्व्ण्न्ण् के तहत आयोजित किया गया। जनसंचार विभाग के प्राध्यापकों और छात्रों द्वारा शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय के समस्त अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष, डॉ. बी एन जागृत के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों का अभिनंदन किया और जनसंचार के क्षेत्र में करियर की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभाग की शैक्षणिक संरचना, पाठ्यक्रम और उपलब्ध सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी। साथ ही पूरे महाविद्यालय विभिन्न विभागों का भ्रमण कराया व विभिन्न मीडिया उपकरणों के संचालन और उनके महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया। छात्रों ने अनुभवी प्राध्यापकों से इंटरेक्टिव सत्रों में भाग लिया, जहाँ उन्होंने जनसंचार के विभिन्न पहलुओं, जैसे - पत्रकारिता, विज्ञापन, जनसंपर्क, फिल्म निर्माण और डिजिटल मीडिया से संबंधित प्रश्न पूछे और अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। महाविद्यालय के जनसंचार विभाग के छात्रों ने भी अपने अनुभव और ज्ञान को शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय के आगंतुक छात्रों के साथ साझा किया। उन्होंने विभाग में आयोजित होने वाली विभिन्न शैक्षणिक और सह-शैक्षणिक गतिविधियों, जैसे - कार्यशालाएँ, सेमिनार और फील्ड प्रोजेक्ट्स के बारे में बताया। इस परस्पर संवाद से दोनों महाविद्यालयों के छात्रों को एक-दूसरे से सीखने और जुड़ने का अवसर मिला। कार्यक्रम के अंत में, शिवनाथ महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने दिग्विजय महाविद्यालय की विभागाध्यक्ष के प्रति आत्मीय आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस शैक्षणिक भ्रमण को छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी बताया और डण्व्ण्न्ण्की दिशा में उठाए गए कदमों की सराहना की। यह शैक्षणिक भ्रमण और डण्व्ण्न्ण्कार्यक्रम दोनों महाविद्यालयों के मध्य शैक्षणिक संबंधों को मजबूत करने और छात्रों को जनसंचार के क्षेत्र में बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पहल से निश्चित रूप से दोनों संस्थानों के छात्रों और शिक्षकों को लाभ मिलेगा और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण विकास को बढ़ावा मिलेगा।