"ROLE OF APPLIED PHYSICS IN SKILL ENHANCEMENT"  (NW-RAPSE-23)

प्रथम   दिवसकार्यक्रम

शासकीय दिग्विजय स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय राजनांदगांव के भौतिकशास्त्र विभाग द्वारा सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।जिसका विषय कौशल संवर्धन पर अनुप्रयुक्त भौतिकी की भूमिका है। इस कार्यशाला काउद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ के.एल. तांडेकर, मुख्य अतिथि डॉ. मनीषा शर्मा तथाविशिष्ट अतिथि डॉ. अंजलि अवधिया द्वारा किया गया।

कार्यशाला के प्रथम दिवस पर मुख्य वक्ता डॉ. मनीषा शर्मा बीआईटी दुर्ग द्वाराकौशल विकास में अनुप्रयुक्त भौतिकी की भूमिका विषय पर व्याख्यान दिया गया। इनकेद्वारा स्नातक तथा स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों को लिंकडइन प्रोफाइल बनाने परविशेष जोर दिया गया तथा इसके महत्व को बताया गया तथा विभिन्न ऑनलाइन कोर्स एवंप्रोजेक्ट जैसे course era, nptel, edX Course आदि की जानकारी प्रदान की गई तथा उन्होंने अपने अनुभवएवं प्रोजेक्ट कार्यों के विषय में जानकारी दी गई। कार्यशाला के प्रथम दिवस परविशिष्ट वक्ता डॉ. अंजलि अवधिया नागार्जुन स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर द्वाराचंद्रयान 3 अ मार्वल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी विषय पर व्याख्यान दिया गया। इसकेद्वारा चंद्रयान-3 के विभिन्न पहलुओं के कार्यों के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई। उपरोक्तव्याख्यान का लाभ समस्त विद्यार्थियों तथा प्राध्यापकों के द्वारा लिया गया। इसअवसर पर भौतिक शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पी. बी. टांक,सहायक प्राध्यापक डॉ एस. के. पटेल, एल. पी. उर्वशा महाविद्यालय केअतिथि व्याख्याता गण तथा एमओयू के तहत कवर्धा महाविद्यालय के शिक्षक एवंविद्यार्थी गण उपस्थित थे।

"द्वितीय दिवसकार्यक्रम"

शासकीय दिग्विजयस्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय राजनांदगांव के भौतिक शास्त्र विभाग द्वारा सातदिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है ।जिसका विषय कौशल संवर्धन परअनुप्रयुक्त भौतिकी की भूमिका है। इस कार्यशाला का उद्घाटन महाविद्यालय केप्राचार्य डॉ के.एल. तांडेकर, मुख्य अतिथि डॉक्टरजे.के. डोंगरे तथा डोंगरगढ़ के टीचर द्वारा किया गया।

कार्यशाला के द्वितीयदिवस पर मुख्य वक्ता Dr. J. K. DONGRE , Associate Professor Department ofPhysics शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय छिंदवाड़ा (मध्यप्रदेश) द्वारा  प्राकृतिकऊर्जा स्त्रोत (सौर ऊर्जा )में अनुप्रयुक्त भौतिकी की भूमिका विषय पर व्याख्यानदिया गया। इनके द्वारा स्नातक तथा स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों को बताया गया कीरिनीवेबल स्त्रोत हमारी प्रकृति के लिए बहुत ज्यादा जरूरी और वर्तमान को देखते हुएभविष्य में   इसकी मांग अत्यंत है ,सर ने बताया कि वर्तमान में जिस रूप में प्रकृति से ऊर्जा ले रहे है वह ज्यादासमय के लिए नही रहेगा और इससे प्रक्रति में होने वाले नुकसान को बताया |हमारे प्रकृति में ऊर्जा का सबसे अच्छा स्त्रोत सूरज है हम सौर ऊर्जा को ऊर्जाके दूसरे रूपो उपयोग कर हमारे दैनिक जीवन में उपयोगी बनाते है इसके लिए हम सोलरपैनल का उपयोग करते है जो सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने का काम करता है सरने बताया कि हम भौतिकी का उपयोग करके  कैसेअधिक दक्ष सोलर पैनल बनाने की ओर पहल kr सकते है जिससे इसका अधिक से अधिक लोग इसका दैनिक जीवन में उपयोग कर सके।चंद्रयान 3 में भी सोलर पैनल काउपयोग किया गया है| आदि की जानकारी प्रदान कीगई तथा उन्होंने अपने अनुभव एवं प्रोजेक्ट कार्यों के विषय में जानकारी दी गई।कार्यशाला के द्वितीय दिवस पर डोंगरगढ़  केपी  जी भौतिकी के छात्र छात्रा महाविद्यालयका  दर्शन किए। साथ ही साथ छात्रों द्वाराबनाए गए प्रोजेक्ट का ज्ञान वर्धन भी डिपार्टमेंट में जाकर किए | उपरोक्त व्याख्यान का लाभ समस्त विद्यार्थियों तथा प्राध्यापकों के द्वारालिया गया। इस अवसर पर भौतिक शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पी. बी. टांक,सहायक प्राध्यापक डॉ एस. के. पटेल, एल. पी. उर्वशा महाविद्यालय के अतिथि व्याख्याता गण तथा एमओयू के तहत डोंगरगढ़महाविद्यालय के शिक्षक एवं विद्यार्थी गण उपस्थित थे।

तृतीय दिवस कार्यक्रम

शासकीय दिग्विजय स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय राजनांदगांव के भौतिकशास्त्र विभाग द्वारा सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।जिसका विषय कौशल संवर्धन पर अनुप्रयुक्त भौतिकी की भूमिका है। इस कार्यशाला केतृतीय दिवस में महाविद्यालय में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. मोहन पटेल, साइंटिफिक ऑफिसर इंचार्ज सीन ऑफक्राइम यूनिट दुर्ग, रेंज स्टेट फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री रायपुर से उपस्थित रहे।

कार्यशाला के तृतीय दिवस में मुख्य वक्ता डॉ.मोहन पटेल ने फोरेंसिक क्राइम सीनइन्वेस्टिगेशन स्किल एनहैंसमेंट एंड अप्लाइड फिजिक्स विषय पर व्याख्यान दिया गया।इनके द्वारा यह बताया गया कि फोरेंसिक जांच में भौतिकी के सिद्धांतों का किसप्रकार से उपयोग कर अपराधिक घटनाओं को सुलझाया जाता है ।तथा फोरेंसिक जांच मेंभौतिकी के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।उपरोक्त व्याख्यान का लाभसमस्त विद्यार्थियों तथा प्राध्यापकों के द्वारा लिया गया। इस अवसर पर भौतिकशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पी. बी. टांक,सहायक प्राध्यापक डॉ एस. के. पटेल, एल. पी. उर्वशा महाविद्यालय केअतिथि व्याख्याता गण तथा एमओयू के तहत डॉ. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर स्नातकोत्तरमहाविद्यालय डोंगरगांव के  प्राध्यापक एवंस्नातकोत्तर के विद्यार्थी गण उपस्थित थे।

चतुर्थ दिवस कार्यक्रम

शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव के भौतिकशास्त्र विभाग द्वारा सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसका विषय कौशल संवर्धन मेंअनुप्रयुक्त भौतिकी की भूमिका है। इस कार्यशाला के आज चतुर्थ दिवस में  मुख्य वक्ता श्री देवेंद्र कुमार,एसोसिएट प्रोजेक्ट ऑफिसर लाइवलीहुडकॉलेज राजनांदगांव उपस्थित रहे।श्री देवेन्द्र कुमार द्वारा रोल आफ अप्लाईड फिजिक्सइन स्किल इंहान्समेंट  के अन्तर्गत मेडिकलइक्यूपमेंट टेकनीशियन, सोलर पेनल इंस्टालेशन, रिनिवल एनर्जी इंजीनियरिंग, तथा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजनाएवं मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डा के.एल. टांडेकर भौतिक शास्त्र विभागके विभागाध्यक्ष डॉ. पी. बी. टांक,सहायक प्राध्यापक डॉ एस. के. पटेल, एल. पी. उर्वशा महाविद्यालय केअतिथि व्याख्याता तथा एमओयू के तहत डॉ. घनस्याम सिंह गुप्त स्नातकोत्तरमहाविद्यालय बालोद के  प्राध्यापक एवंस्नातकोत्तर के विद्यार्थी उपस्थित थे।

पंचम दिवस कार्यक्रम

शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव के भौतिकशास्त्र विभाग द्वारा सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसका विषय कौशल संवर्धन मेंअनुप्रयुक्त भौतिकी की भूमिका है। इस कार्यशाला के पंचम दिवस पर मुख्य वक्ता केरूप में डॉ. एस. के.पटेल तथा श्री एल. पी. उर्वशा, सहायक प्राध्यापक भौतिक शास्त्र विभाग, शासकीय दिग्विजय महाविद्यालयउपस्थित रहे।प्रथम वक्ता के रूप में डां.एस. के.पटेल ने बी.एससी तथा एम.एससीपश्चात छात्र-छात्राओं की कैरियर संबंधित अवसरों पर सारगर्भित व्याख्यान दिया। तथादेश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश तथा उनमें भौतिकविद् के रूप मेंपदस्थ होने संबंधित जानकारी दी गई। द्वितीय वक्ता श्री एल. पी. उर्वशा द्वारा" द जर्नी ऑफ सक्सेस बाय स्किल एन्हांसमेंट" पर व्याख्यान दिया गया, जिसमें उनके द्वारा नेट,सेट आदि प्रतियोगी परीक्षाओं कीजानकारी दी गई तथा किस प्रकार इन परीक्षाओं की तैयारी कर सफलता प्राप्त की जाए, इसके बारे में जानकारी दी गई। इसअवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डा के.एल. टांडेकर भौतिक शास्त्र विभाग केविभागाध्यक्ष डॉ. पी. बी. टांक,महाविद्यालय के अतिथि व्याख्याता तथा एमओयू के तहतशासकीय शिवनाथ महाविद्यालय ,शासकीय कमला देवी राठी कन्या महाविद्यालय ,शासकीय नवीन महाविद्यालय ठेलकाडीहके   सहायक प्राध्यापक श्री शिवेंद्रनगपुरे, कु.डाकेश्वरी साहू ,श्रीमती रेणुका सिन्हा तथा स्नातक एवं स्नातकोत्तर केछात्र-छात्राएं उपस्थित रहे

अंतिम  दिवसकार्यक्रम

शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव द्वारा आयोजितसात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के अंतिम दिवस पर मुख्य अतिथि के रुप में प्रोफेसरएम. के. वर्मा कुलपति छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई ,विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर पी.के घोषडायरेक्टर यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकीविश्वविद्यालय भिलाई एवं विशिष्ट अतिथि डॉ जितेंद्र एन. रामटेके प्रोफेसर भौतिकशास्त्र विभाग, एस.एम मोहोता  कॉलेज आफ साइंस नागपुरमहाराष्ट्र उपस्थित रहे ।मुख्य वक्ता के रूप में डा. जितेन्द्र एन. रामटेके द्वाराकौशल के विभिन्न आयामों को बताया गया तथा कौशल और प्रतिभा में अंतर बताते हुए एकसारगर्भित व्याख्यान दिया गया।विशिष्ट अतिथि प्रो. पी. के. घोष द्वारा अनुप्रयुक्तभौतिकी के अनुप्रयोग तथा भौतिक का विज्ञान के क्षेत्र में योगदान पर प्रकाश डालागया। मुख्य अतिथि प्रोफेसर एम. के. वर्मा द्वारा भौतिकी तथा परा भौतिकी के मध्यअंतर बताते हुए कौशल संवर्धन में भाषा के महत्व को बताया गया। साथ हीविद्यार्थियों को  उघमिता के लिए नये-नयेसुझाव प्रस्तुत करने की बात कही गयी।एम.ओ.यू. गतिविधि के तहत महाविद्यालय कासीएसवीटीयू भिलाई तथा एस एम मोहोता कॉलेज नागपुर के साथ एम ओ यू पर हस्ताक्षर किएगए । इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डा. के.एल. टांडेकर, भौतिक शास्त्र विभाग केविभागाध्यक्ष डा. पी. बी. टांक, सहायक प्राध्यापक डा. एस. के. पटेल, श्री एल. पी. उर्वशा  , विभाग के प्राध्यापक गण एवं सेंट थामस व कल्याण कालेजभिलाई के प्राध्यापक गण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।