दिग्विजय महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ.के.एल. टांडेकर को मिला लाईफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड

शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ.के.एल. टांडेकर को शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए रेडिऐंट ग्रुप आॅफ इन्स्टीट्यूशन म.प्र., सोशल साइंस एंड मेनेजमेंट वेलफेयर एसोशिएशन, म.प्र. मेनेजमेंट एसोशिएशन, इंटरनेशनल यूथ इकानामी एसोशिएशन तथा तपन चैधरी फाउंडेशन द्वारा उज्जैन में आयोजित 02 दिवसीय इंटरनेशल सेमीनार में लाईफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2023 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान डाॅ. अखिलेश पाण्डेय कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा प्रो. रविन्द्र ब्रम्हे प्राध्यापक अर्थशास्त्र पं. रविशंकर शुक्ल वि.वि. रायपुर, डाॅ. डी. के. शर्मा पूर्व कुलपति अम्बेडकर युनिवर्सिटी मऊ (म.प्र.), डाॅ. विनोद सेन, इंदिरा गांधी ट्रायल युनिवर्सिटी अमरकंटक की उपस्थिति में प्रदान किया गया। डाॅ. टांडेकर को कुल 41 वर्ष का शिक्षण कार्य का, शोध निदेशक के रुप में 10 वर्ष का अनुभव है। इनके अंतर्गत 09 शोधार्थी पंजीकृत है एवं 04 को पी.एच.डी. उपाधि प्रदान की जा चुकी है, जो छ.ग. राज्य सेवा परीक्षा द्वारा सहायक प्राध्यापक वाणिज्य के पद पर चयनित हो चुके है। इनके 84 रिसर्च पेपर, 10 पुस्तक प्रकाशित हो चुके है, इन्होने 50 राष्ट्रीय सेमीनार, 12 अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार, 13 राष्ट्रीय वर्कशाप, 06 अंतर्राष्ट्रीय वर्कशाप, 30 स्टेट लेवल वर्कशाप, 50 राष्ट्रीय वेबीनार में अपनी सहभागिता दी है। डाॅ. टांडेकर के मार्गदर्शन में 24 राष्ट्रीय सेमीनार/वर्कशाप, 01 अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार तथा 500 से अधिक अतिथि व्याख्यान, कौशल उन्नयन, व्यक्तित्व विकास, रोजगार मार्गदर्शन कार्यक्रम आयोजित किये गये है। इन्होंने से 25 से अधिक सेमीनार/वर्कशाप/अतिथि व्याख्यान में विषय-विशेषज्ञ के रुप में अपनी सहभागिता दी है। इन्हें 15 वर्ष एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी, 05 वर्ष एन.एस.एस. जिला संगठक, 03 वर्ष सेकेंड लेफ्टिनेंट एन.सी.सी. अधिकारी, 05 वर्ष क्रीड़ाधिकारी, 05 वर्ष लाईब्रेरी इन्चार्ज का विशिष्ट अनुभव है। डाॅ. टांडेकर डी.आर.सी. कमेटी हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग के चेयरमेन, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग तथा शासकीय महाविद्यालय, छिंदवाड़ा (म.प्र.) के बोर्ड आॅफ स्टडी के मेम्बर, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग के कार्यपरिषद् एवं विद्यापरिषद् के सदस्य तथा 04 विभिन्न महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के अकादमिक काउंसिल के मेम्बर है। वे शासकीय योजनाओं जैसे-राष्ट्रीय साक्षरता मिशन, अंतव्यवासायी कार्यक्रम, शिक्षित बेरोजगारों के लिए प्रशिक्षण के ट्रेनर एवं नोडल अधिकारी रहे है। सामाजिक कार्यो जैसे- ब्लड डोनेशन, पर्यावरण, स्वास्थ्य शिविर, वृक्षारोपण, सद्भावना दौड़, महिला स्व-सहायता समूह गठन, ग्रामीण विकास कार्यक्रम, युवा उत्सव कार्यक्रम, पल्स पोलियों कार्यक्रम, पढ़ना-बढ़ना कार्यक्रम, महिला जागरुकता कार्यक्रम इत्यादि में जिला प्रशासन की ओर से प्रतिनिधित्व किया । डाॅ. टांडेकर को पूर्व में भी कई राज्यस्तरीय एवं राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिसमें (1) भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा भीम चेतना अवार्ड, (2) नेशनल फूले टैलेंट रिसर्च अकादमि द्वारा महात्मा फूले टैलेंट रिसर्च नेशनल अवार्ड 2015, (3) छ.ग. अनुसूचित विकास परिषद् द्वारा संत शिरोमणी गुरु रविदास सामाजिक चेतना एवं दलित उत्थान सम्मान, (4) विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ भागलपुर (बिहार) द्वारा विद्यावाचस्पति अवार्ड 2016, (5) इन्टरनेशनल यूथ इकानाॅमी ऐसोसियेशन एंड सोशल साइंस एंड मैनेजमेंट वेलफेयर ऐसोसियेशन जबलपुर द्वारा रिसर्च एक्सिलेंस अवार्ड तथा (6) हर्ष वर्धन पब्लिकेशन प्रायवेट लिमिटेड द्वारा इनोवेटिव रिसर्च नेशनल अवार्ड प्रमुख है।
डाॅ. टांडेकर के उपरोक्त उपलब्धि को देखते हुए उन्हें संस्थान द्वारा लाईफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2023 प्रदान किया गया। डाॅ. टांडेकर के इस उपलब्धि पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डाॅ. एच.एस. भाटिया, डाॅ. एस.के. उके, सुश्री रागिनी, श्री संजय देवांगन, डाॅ. अनिता शंकर, डाॅ. शंकरमुनि राय, डाॅ. प्रवीण साहू, डाॅ. अनिता साहा, श्री गोकुल निषाद, डाॅ. सुमीता श्रीवास्तव, डाॅ. बी.एन. जागृत, डाॅ. पी.बी. टांक, श्री एच.सी. जैन, डाॅ. नीलू श्रीवास्तव, डाॅ. त्रिलोक कुमार, डाॅ. सोनल मिश्रा, डाॅ. माजिद अली, डाॅ. डी.के. वर्मा, अतिथि व्याख्याता डाॅ. दिव्या पवार, कु. तरुणा वर्मा, श्रीमती स्वयं सिद्धा झा, श्री शेखर वर्मा, रजिस्ट्रार श्री दीपक कुमार परगनिहा, श्री जी.डी. वैष्णव, श्रीमती मंजुषा बाजपेयी, श्रीमती संतुला देवांगन, श्री जावेद सिद्दीकी, श्रीमती पदमा त्रिपाठी, श्री सुनील सिंह, श्री भूपेन्द्र देवांगन, श्रीमती आरती बोरकर, श्री रवि कुमार, श्री दुलेल कंुजाम, श्री विनोद राव ने बधाई दी।