कार्यशाला के द्वितीय दिवस मुख्यवक्ता डॉ तोरणलाल वर्मा, सहा प्राध्यापक, शासकीय श्याम लाल शाह महाविद्यालय, मानपुर ने रिव्यु ऑफ लिटरेचर विषय पर व्याख्यान दिया, उन्होंने बताया के रिव्यू ऑफ लिट्रेचर को कैसे बेहतर बनाये, डेटाबेस के लिए गूगल स्कॉलर, अकैडमिया,वेब ऑफ साइंस आदि मे चयनित विषय को ढूँढना, सुविधा अनुसार फिल्टर करना, पब्लिशर की वेबसाइड मे भी संबंधित जानकारी को ढूंढ उन्होंने कर रिव्यू करना,स्कोपस, रिसर्च गेट, शोध गंगा, OATD से थीसिस और शोध की रूप रेखा भी देख और पढ़ सकते है। उन्होंने यह भी कहा कि रिसर्च प्रॉब्लम, रिसर्च प्रॉब्लम न होकर रिसर्च अपार्चुनिटी  है। परिकल्पना का निर्माण कैसे करें, प्लेगेरिज्म,आंकड़ों के संग्रह प्राथमिक, द्वितीयक आंकड़े, आंकड़ों के संग्रहण के लिए सर्वे क्वेश्चनायर, शेड्यूल ऑब्जर्वेशन और एक्सपेरिमेंट भी तैयार किया जा सकता है। सेकेंडरी आकड़े जर्नल, बुक्स, मैगजीन रिपोर्ट ,रिसर्च पेपर ,सर्कुलर ,प्रेस रिलीज ,ऑनलाइन और फिजिकल लाइब्रेरी से ही प्राप्त की जा सकती है।क्वेश्चनायर कैसे बनाए, बनाते समय किन बातो को ध्यान रखे, ओपन इंडेक्स प्रश्न क्लोज इंडेक्स प्रश्न के बारे मे विस्तार से समझाया ।जिससे शोध पत्र को बेहतर ढंग से लिख जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रमोद महीश, विभागाध्यक्ष, बायोटेक्नोलॉजी ने एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ दिव्या देशपांडे ने किया। कार्यशाला में समस्त प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, अतिथि व्याख्याता समेत महाविद्यालय के सभी शोधार्थी एवं राज्य के अलग-अलग हिस्सों से  आए शोधार्थी एवं प्राध्यापक भी  सम्मिलित हुए।