किसी भी देश को यदि जानना हो तो उस देश के दर्शन और संस्कृति को समझना अनिवार्य होता है। भारत अत्यंत प्राचीन देश है इसलिए भारतीय सांस्कृतिक और दार्शनिक परंपरा समृद्ध है। दर्शनशास्त्र विभाग का दृष्टिकोण और लक्ष्य इस प्रकार है —
1– विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति और भारतीय दार्शनिक परम्पराओं से अवगत कराकर , भारत को समझने की दृष्टि प्रदान करना।
2 – विद्यार्थियों में भारतीय मूल्य आधारित व्यक्तित्व का निर्माण करना।
3 – भारतीय दार्शनिकों और विचारकों के जीवन से सकारात्मक दृष्टि और प्रेरणा प्राप्त करना।
4 – धर्म तथा अंधविश्वास में अंतरसंबंधी जागरूकता अभियान से विद्यार्थियों को जोड़ना।