छात्राओं को सशक्त बनाने,महिला उद्यमिता पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव के प्राचार्य डॉ के एल टांडेकर के मार्गदर्शन में IQAC रोजगार एवं मार्गदर्शन प्रकोष्ठ ,महिला प्रकोष्ठ के बैनर तले दिनांक 10 अप्रैल 2023 से 12 अप्रैल 2023 दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मूल उद्देश्य महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं में शिक्षा उपरांत रोजगार संबंधी बहुत सी समस्याओं से जूझना पड़ता है, उन्हें उद्योग के क्षेत्र में मिलने वाले अवसर और शासकीय योजनाओं समेत विभिन्न प्रकार की जानकारियां उपलब्ध कराना था। प्राचार्य ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बताया कि महिला उद्यमिता को किसी भी देश की आर्थिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण साधन माना जाता है। महिला उद्यमी न केवल खुद को आत्मनिर्भर बनाती हैं, बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर बढ़ाती है। सपने देखकर उन्हें हासिल करना ही सफल उद्यमियों की निशानी होती है।प्रथम दिवस मुख्य अतिथि स्पीकर श्री किशोर इरपाते जी ने भारत सरकार के उपक्रम MSME मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के साथ में यह भी बताया कि एम एस एम ई इंटरप्राइजेज और उद्यमिता के विकास की कार्यशाला भी आयोजित करती है। अंतर्राष्ट्रीय मार्ग बाजार के डिमांड और चलन के अनुसार उद्यम को विकसित किया जाना चाहिए। विविध प्रकार के व्यापार में उत्पाद और उसकी सर्विस का चयन सोच-समझकर किया जाना चाहिए। किसी भी उत्पाद के निर्माण के पूर्व पब्लिक सर्वे, मैगजीन एग्जीबिशन नेक्स्ट आदि के माध्यम से बिजनेस स्ट्रेटजी तैयार करना चाहिए। भारत समेत दुनिया में अलग-अलग तकनीकी शोध संस्थाओं (DRDO CSIR ) से उत्पाद की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती। ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता विकास के लिए लगभग 35ः प्रतिशत एवं शहरी क्षेत्र में 25ः तक की सब्सिडी मिलती है। साथ ही प्प्रोडक्ट कोड, बारकोड, जीएसटी नंबर आदि से संबंधित समस्याओं को भी समझाया। दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में श्री सतविंदर सिंह भाटिया महाप्रबंधक DIC, प्रतिभा साहू सहायक प्रबंधक DIC श्री मिलिंद छेड़िया सहायक प्रबंधक DIC, श्री शेखर मेश्राम, श्रीमती आराधना मेश्राम (महिला) उद्यमी सम्मिलित हुए। श्री सत्येंद्र सिंह भाटिया ने उद्यमिता विकास हेतु केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजना जैसे मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना (MMYSY ), जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र, प्रधानमंत्री युवा रोजगार निर्माण योजना (PMEGP ), प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद उद्यम उन्नयन योजना( PMFME) जैसे विभिन्न योजनाओं के तहत मिलने वाली सब्सिडी और उसके लिए शैक्षणिक योग्यता की जानकारी विस्तार पूर्वक देते हुए छत्तीसगढ़ महिला उद्यम नीति 2023-28 के अंतर्गत महिला उद्यमियो के स्टार्टअप को दिए जाने वाले विभिन्न प्रकार के चोट हो गई विस्तार से बताया।कार्यशाला के तृतीय दिवस में महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री गुरप्रीत कौर छाबड़ा ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ राज्य महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत महिला उद्यमिता एवं महिला सशक्तिकरण हेतु संचालित विभिन्न प्रकार की योजना उनसे जुड़ी सब्सिडी क्रियान्वयन की जानकारी दी। राज्य शासन द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए किया जा रहा है विभिन्न प्रकार के प्रयासों के साथ सखी वन स्टॉप सेंटर के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रदान की। IQAC  संयोजक डॉ अनीता साहा ने कार्यक्रम के समापन की घोषणा करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। प्राचार्य ने सभी मुख्य अतिथियो को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया साथ ही छात्राओं को प्रमाण पत्र भी वितरित किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त अध्यापक सहायक अध्यापक कर्मचारी अधिकारी सम्मिलित रहे।